महर्षि दधीचि जी (STORY OF MAHARSHI DADHICHI JI AND MISHRIT TIRTH)
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श्री महर्षि दधीचि मिश्रित तीर्थ |
महर्षि दधीचि जी जिनका त्याग अद्वितीय है जिन्होंने लोक कल्याणार्थ अपने शरीर का दान दिया था, दधीचि जी के अनुरोध पर ही 33 कोटि देवता व 88000 ऋषि मुनि यहां पर एकत्रित हुए।
फाल्गुन मास में 84 कोशीय परिक्रमा इन्हीं ऋषि-मुनियों देवताओं के एकत्र होने की परिधि है हम उसी की परिक्रमा करते हैं इस परिधि में आने वाले पड़ाव जहां पर रात्रि विश्राम किया गया था उसका भी संक्षिप्त वर्णन भी हम करेंगे।
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